कस्बा बरहन में ट्यूशन खोर शिक्षकों का जमकर बोलबाला मोटी फीस लेकर छात्र छात्राओं को सरकारी शिक्षक कराते हैं ट्यूशन खोरी बरहन में स्थित राष्ट्रीय इंटर कॉलेज में तैनात हैं सभी सरकारी शिक्षक प्रैक्टिकल में नंबर देने का हवाला देने के नाम पर छात्र छात्राओं पर ट्यूशन पढ़ने के लिए शिक्षकों द्वारा बनाया जाता है दबाव
दरअसल मामला कस्बा बरहन का हैं जहां बरहन में स्थित राष्ट्रीय इंटर कॉलेज में तैनात सरकारी शिक्षकों की मनमानी कुछ इस कदर चलती है इन शिक्षकों को छात्र छात्राओं के भविष्य की परवाह है न ही सरकार के आदेशों की और लगातार सरकार के आदेशों को हवा में उछाल छात्र छात्राओं पर दबाव बनाकर खुलकर ट्यूशन खोरी कराने में लगे हुए हैं सरकारी शिक्षकों द्वारा कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं पर ट्यूशन पढ़ने के लिए दबाव बनाया जाता है जो बच्चा इन शिक्षकों पर ट्यूशन नहीं पड़ता उस छात्र छात्राओं को प्रैक्टिकल में नंबर न देने की धमकी दी जाती है और कहा जाता है कि अगर तुम हम पर ट्यूशन नहीं पड़ोगे तो हम तुम्हें कॉलेज में फेल करा देंगे जिससे भय में मजबूरी में आकर छात्र छात्राओं को इन शिक्षकों पर ट्यूशन पढ़ना पड़ता है यही कारण है कि छात्र छात्रा ऐसे शिक्षकों के खिलाफ आवाज उठाने में असफल हैं
ट्यूशन खोर शिक्षक एक बैच में सैकड़ों से अधिक की संख्या में छात्र छात्राओं को कराते हैं ट्यूशन खोरी छात्र छात्राओं की ट्यूशन में हो जाती है तादात से ज्यादा भीड़ । ये शिक्षक ट्यूशन के कारण कॉलेज में उच्च शिक्षा न देकर ट्यूशन पड़ने के लिए बुलाते हैं जिससे इन ट्यूशन खोर सरकारी शिक्षकों की अपनी मौटी कमाई हो सके जबकि इन शिक्षकों को कॉलेज में पड़ाने के लिए सरकार की तरफ से अच्छी तनख्वाह मिलती है फिर भी ये शिक्षक अपनी आदत से पीछे हटने का नाम नहिं ले रहे ऐसे टीचरों के खिलाफ सरकार भी कोई ठोस कदम नहिं उठा पा रही है इन शिक्षकों ने कुछ प्रशासनिक अधिकारियों से भी जुगाड़ बना रखी जिससे इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहिं हो पाती है ।
अभी हालहि मे कुछ दिनो पहले ट्यूशनखोरी को लेकर कॉलेज में तैनात शिक्षकों में आपस मे भी विवाद हुआ था जिसमे कॉलेज में पड़ने वाले छात्र छात्राओं को शिक्षकों व्दारा शिक्षा देने में लपरवाही करने व उत्पीड़न करने की अपने परिजनों से शिकायत करने पर कॉलेज में परिजन भी पहुँचे थे और साथ ही डीआईओ एस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे जिसमें डीआईओ एस व्दारा छात्र छात्राओं और सभी शिक्षकों को एकत्रित करके पूरे मामले की जानकारी की गयी थी जिसमें पूरा मामला ट्यूशनखोरी का ही निकला था जिसमें डीआईओएस ने सभी ट्यूशनखोरी कराने वाले शिक्षकों को को ट्यूशनखोरी बन्दं करने के कड़े आदेश दिये थे और कॉलेज प्रधानाचार्य को इन शिक्षकों पर कड़ाई करने के आदेश भी दिये थे मगर सभी आदेशों को ट्यूशनखोर शिक्षकों द्वारा हवा उड़ा दिया गया और सब जुगाड़ करके मामले को अनदेखा करा दिया गया जिससे लगातार ट्यूशन खोरी अपनी जगह पर जारी है।